सचिव, पेयजल द्वारा निर्देश दिये गये कि प्रदेश में क्षतिग्रस्त पेयजल योजनाओं की दैनिक आधार पर रिपोर्ट तैयार कर प्रस्तुत की जाय। क्षतिग्रस्त पेयजल योजनाओं की मरम्मत की सूचना उपलब्ध कराये जानें के साथ जल संस्थान एवं जल निगम के सभी डिवीजनों को समय पर मरम्मत हेतु पर्याप्त आवश्यक सामग्री की व्यवस्था सुनिश्चित करने के भी निर्देश उन्होंने दिये। उन्होंने पिछले 03 सालों के अनुभव के आधार पर संवेदनशील डिवीजन में अतिरिक्त मानव संसाधन एवं सामग्री की भी व्यवस्था रखे जाने तथा शुद्ध पेयजल उपलब्ध कराने हेतु आवश्यक केमिकल सोडियम हाइपोक्लोराइड, एलम सभी डिवीजनों को उपलब्ध कराये जाने को कहा।
सचिव पेयजल द्वारा आपदा के दृष्टिगत सभी जनपदों में कन्ट्रोल रूम की स्थापना किये जाने, पेयजल के स्रोतों की निरंतर सफाई व्यवस्था एवं जल संस्थान अथवा जल निगम द्वारा उपयोग किये जा रहे सभी पेयजल स्रोतों की जी०आई०एस० मैपिंग कराये जाने के भी निर्देश अधिकारियों को दिये हैं।