देहरादून-सैनिक कल्याण मंत्री गणेश जोशी ने आज कैंप कार्यालय में पूर्व सैनिकों के साथ नववर्ष और वेटरन डे के उपलक्ष्य में संवाद कार्यक्रम का आयोजन किया। इस अवसर पर पूर्व सैनिकों द्वारा सैनिक कल्याण मंत्री को सम्मानित भी किया गया। सैनिक कल्याण मंत्री ने पूर्व सैनिकों से संवाद स्थापित कर उनके कल्याण से जुड़े विभिन्न विषयों पर चर्चा भी की।


सैनिक कल्याण मंत्री गणेश जोशी ने सभी पूर्व सैनिकों को नववर्ष और वेटरन डे की शुभकामनाएं देते हुए उनका आभार व्यक्त किया। उन्होंने कहा कि सरकार सैनिकों के सम्मान और उनकी सुविधाओं में किसी भी प्रकार की कमी नहीं आने देगी और उनके हित में हरसंभव निर्णय लेगी। सैनिक कल्याण मंत्री ने पूर्व सैनिकों को संबोधित करते हुए कहा कि देश की सुरक्षा में उनका योगदान अमूल्य है और सरकार उनके सम्मान व कल्याण के लिए सदैव तत्पर है। उन्होंने कहा कि उत्तराखंड को वीरभूमि कहा जाता है, और यहां के जवानों ने हर युद्ध में देश की रक्षा में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। उन्होंने कहा कि उत्तराखंड के लिए यह गौरव की बात है, कि राज्य की बागडोर उन हाथों में है जो देश सेवा की भावना से जुड़े रहे हैं। उन्होंने कहा कि वर्तमान में राज्यपाल एक पूर्व सैनिक, मुख्यमंत्री धामी एक सैनिक पुत्र और सैनिक कल्याण मंत्री स्वयं एक पूर्व सैनिक हैं, जो राज्य के वीर जवानों और उनके परिवारों के प्रति सरकार की गहरी संवेदनशीलता और सम्मान को दर्शाता है। उन्होंने कहा कि यही कारण है कि उत्तराखंड में सैनिकों, पूर्व सैनिकों और उनके आश्रितों के लिए कई कल्याणकारी योजनाएं लागू की गई है। उन्होंने कहा कि डबल इंजन सरकार इस दिशा में पूर्व सैनिकों और उनके आश्रितों के कल्याण के लिए लगातार कार्य कर रहीं है।


कार्यक्रम में बड़ी संख्या में पूर्व सैनिकों ने भाग लिया और सैनिक कल्याण मंत्री के साथ सौहार्दपूर्ण चर्चा की। पूर्व सैनिकों ने राज्य सरकार द्वारा उनके कल्याण के लिए किए जा रहे प्रयासों की सराहना की और विश्वास जताया कि सरकार आगे भी उनके हितों की रक्षा के लिए कार्य करती रहेगी।
इस अवसर पर मेजर जनरल के.डी. सिंह, मेजर जनरल सम्मी सभरवाल, मेजर जनरल पीएम राणा, ब्रिगेडियर केजी बहल, ब्रिगेडियर जेएनएस बिष्ट, कर्नल रघुवीर सिंह भंडारी, कर्नल शर्मा, शमशेर बिष्ट, कैप्टन आनंद सिंह राणा, कर्नल पवन वाही, कैप्टन दिनेश प्रधान सहित कई पूर्व सैनिक उपस्थित रहे।