देहरादून-आज स्वास्थ्य सेवा महानिदेशालय में श्रीमती अमनदीप कौर, अपर सचिव, चिकित्सा स्वास्थ्य एवं चिकित्सा शिक्षा/राज्य समुचित प्राधिकारी (ए0आर0टी0 एण्ड सेरोगेसी) की अध्यक्षता में ए0आर0टी0 एण्ड सरोगेसी अधिनियम के अन्तर्गत राज्य में पंजीकृत चिकित्सालयों के साथ एक कार्यशाला का आयोजन किया गया, जिसमें आई0एम0ए0, FOGSY तथा ISAR के प्रतिनिधि भी सम्मिलित हुए। इस कार्यशाला में विडियों कॉन्फ्रंसिंग के माध्यम से समस्त जनपदों में मुख्य चिकित्सा अधिकारी भी सम्मिलित रहें।
उक्त बैठक में राज्य समुचित प्राधिकारी द्वारा एक्ट की आवश्यकता व इसकी मंशा का विस्तृत रुप से उल्लेख किया गया। साथ यह भी बताया गया कि प्रदेश के इन्फर्टीलिटी से ग्रसित मरीजों को गुणवत्तापूर्ण उपचार उपलब्ध कराये जाने की अपेक्षा समस्त पंजीकृत चिकित्सालयों से की गई। यह भी अवगत कराया गया कि पंजीकृत चिकित्सालयों का समय-समय पर निरीक्षण राज्य स्तरीय निरीक्षण कमेटी तथा जनपद स्तरीय निरीक्षण कमेटी द्वारा किया जायेगा।
डा0 सुनीता चुफाल, नोडल अधिकारी (ए0आर0टी0 एण्ड सरोगेसी) द्वारा अवगत कराया गया कि राज्य में वर्तमान तक देहरादून में लेवल-1 के 03 तथा लेवल-2 के 12 ए0आर0टी0 क्लिनिक तथा सेरोगेसी का 01 क्लिनिक पंजीकृत है। जनपद हरिद्वार में लेवल-2 के 02, नैनीताल में 01 तथा जनपद उधमसिंह नगर में 04 क्लीनिक पंजीकृत हैं। उक्त के अतिरिक्त राज्य में 08 ए0आर0टी0 बैंक भी पंजीकृत किये गये हैं। कार्यशाला में प्रस्तुतिकरण के माध्यम से अधिनियमों के समस्त प्राविधानों से प्रतिभागियों को अवगत कराते हुए उनके सुझाव प्राप्त किये गये तथा राज्य में इसके क्रियान्वयन के सम्बन्ध में आवश्यक निर्देश दिये गये।
उक्त कार्यशाला में डा0 अमलेश कुमार सिंह, सहायक निदेशक, डा0 ज्योति शर्मा, डा0 संजय उप्रेती, अध्यक्ष, आइ0र्एम0ए0, डा0 अंकित, सचिव, आई0एम0ए0, डा0 लतिका चावला, एम्स, डा0 प्रियंका गोयल, श्रीराम नर्सिंग होम, डा0 सुमित्रा प्रभाकर, सी0एम0आई0 चिकित्सालय, डा0 ऋचि सोलंकी, निदान आई0वी0एफ0, डा0 अभिनय सिंह, नोवा आई0वी0एफ0 आदि सम्मिलित रहे।