देहरादून-मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी रविवार को सोशल बलूनी पब्लिक स्कूल में आयोजित उत्तराखण्ड लोक विरासत के समापन समारोह में शामिल हुए। मुख्यमंत्री ने कहा कि उत्तराखंड की लोक संस्कृति की झलक को प्रदर्शित करने वाला यह महोत्सव प्रेरणादायी है। प्रदेश की विभिन्न संस्कृतियों के एकीकरण वाला यह महोत्सव एक स्थान पर लघु उत्तराखंड की उपस्थिति का एहसास कराने वाला है। उन्होंने कहा कि उत्तराखंड की विभिन्न प्रकार की गायन शैली, नृत्य शैली, भाषा शैली का यह अद्भुत संगम हमें हमारी गौरवशाली संस्कृति का परिचय देकर गौरवान्वित कर रहा है। उन्होंने ऐसे आयोजनों के लिये राज्य सरकार के स्तर पर यथा संभव सहयोग का भी आश्वासन दिया। मुख्यमंत्री ने इस अवसर पर पारंपरिक उत्पादों, खान पान, आदि के स्टालों का भ्रमण कर स्टाल स्वामियों का उत्साहवर्धन भी किया।

मुख्यमंत्री ने कहा कि आज केवल भारत के ही नहीं अपितु संपूर्ण विश्व के लोग उत्तराखंड की संस्कृति और सभ्यता से परिचित हो रहे हैं। हमारा प्रदेश अपनी आभा से संपूर्ण विश्व को आलोकित कर रहा है। प्रधानमंत्री श्री मोदी के नेतृत्व में प्रदेश के धार्मिक स्थलों का पुनरुद्धार और यहां की सांस्कृतिक विशेषता का दुनिया भर में प्रचार-प्रसार हो रहा है, उत्तराखंड दुनिया के लिए विशेष आकर्षण का केंद्र बना है। प्रधानमंत्री के मार्गदर्शन में प्रदेश सरकार निरंतर प्रदेश के चहुंमुखी विकास और सांस्कृतिक विकास के लिए प्रतिबद्धता के साथ निरंतर कार्य कर रही है। प्रधानमंत्री श्री मोदी ने 21 वीं सदी के तीसरे दशक को उत्तराखण्ड का दशक बताया है। हम इस दिशा में निरंतर प्रयासरत रहते हुए उत्तराखण्ड को देश के अग्रणी राज्यों में शामिल करने के लिये प्रतिबद्धता के साथ कार्य कर रहे हैं।

मुख्यमंत्री ने कहा कि इस वर्ष चार धाम यात्रा में 56 लाख लोग आये जबकि कावड़ यात्रा में 4.15 करोड़ श्रद्धालु शामिल रहे। यही नहीं वर्ष भर आने वाले पर्यटकों की संख्या में भी निरंतर वृद्धि हो रही है, इससे हमारी लोक संस्कृति से भी देश व दुनिया में लोग परिचित हो रहे हैं। जी 20 की तीन बैठकों का उत्तराखण्ड में आयोजित होना भी प्रदेश के व्यापक हित में रहा। आगामी 8 व 9 दिसम्बर को देहरादून में वैश्विक निवेशक सम्मेलन में प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी भी शामिल होंगे, इसके लिये अब तक 2 लाख करोड़ से अधिक के करार हो चुके हैं। इसके लिये व्यापक स्तर पर तैयारी की जा रही है। जौलीग्रांट से लेकर एफआरआई तक सड़कों के सुधारीकरण एवं सौंदर्यीकरण पर विशेष ध्यान दिया जा रहा है। देश विदेश से आने वाले निवेशकों की उपस्थिति निश्चित रूप से राज्य की आर्थिक समृद्धि तथा रोजगार के अवसर प्रदान करने वाला सिद्ध होगा।

मुख्यमंत्री ने कहा कि डबल इंजन की हमारी सरकार ने प्रदेश में अनेकों नई-नई विकास परियोजनाओं को लागू करने का कार्य किया है और उत्तराखंड की भू-सांस्कृतिक विविधताओं के संरक्षण का कार्य भी किया है। मुख्यमंत्री ने कहा कि सिलक्यारा सुरंग से अपने श्रमिक भाइयों को सकुशल बाहर निकालने में प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी के मार्गदर्शन, तकनीकि एवं विशेषज्ञों की उपलब्धता तथा हमारे इष्ट देवों का आशीर्वाद इसमें सहयोगी बना।

उन्होंने कहा कि प्रदेश में समान नागरिक आचार संहिता के ड्राफ्ट को तैयार करने के लिए कमेटी का गठन किया है, समान नागरिक संहिता कानून लागू करने के लिए गठित कमेटी द्वारा ड्राफ्ट पर तेजी से कार्य किए जा रहे हैं, लैंड जिहाद के खिलाफ भी सख्त कार्रवाई करते हुए करीब 33 सौ एकड़ सरकारी जमीन मुक्त करवाई गई है। देवभूमि में धर्मांतरण रोकने के लिए सख्त कानून बनाया है, परीक्षाओं में नकल रोकने के लिए भी भारत का सबसे कड़ा नकल विरोधी कानून प्रदेश में बनाया गया है। उन्होंने कहा कि यह हमारे लिए गर्व की बात है कि आज उत्तराखंड द्वारा लिए गए कई निर्णयों को अन्य प्रदेश भी अपना रहे हैं।

इस अवसर पर लोक विरासत के आयोजन डॉ. के.पी. जोशी ने इस आयोजन के उद्देश्यों की जानकारी दी। लोक गायक नरेंद्र सिंह नेगी एवं अन्य कलाकारों द्वारा लोक संस्कृति की झलक प्रस्तुत की गई। कार्यक्रम में डॉ. नंद किशोर हटवाल, सुधीर नौटियाल, मोहन खत्री के साथ प्रदेश भर के लोक संस्कृति से जुड़े कलाकार एवं अन्य लोग उपस्थित थे।